दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि OHE खम्भे के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |
OHE खम्भे (OHE Masts)
शिरोपरि उपकरणों (OHE) को संस्थापित करने के लिए खम्भों (Masts) का प्रयोग किया जाता है। यह खम्भे पारेषण (Traction) के लिए प्रयोग किए जाते हैं। इनके द्वारा स्थिर तथा गतिक भार को वहन किया जाता है।
खम्भों को डिजाइन करने के लिए उसके उपयोग एवं मानक (Standard) स्थितियों को ध्यान में रखा जाता है। सामान्यतः OHE खम्भों के तीन प्रमुख कार्य होते हैं-
- स्वतंत्र संरचना के लिए प्रयोग करना
- पोर्टल के लिए प्रयोग करना
- दो/तीन ट्रैक कैन्टिलीवर संरचना के लिए प्रयोग करना
स्वतंत्र संरचना (Independent Structure)
जिस समय कोई संरचना एक शिरोपरि लाइन के साथ दो या तीन कैन्टिलीवर संयोजन के लिए समान प्रारम्भिक सेक्शन में उपस्थित होती है, तब यह संरचना स्वतंत्र संरचना कहलाती है। यह संरचना दो प्रकार की होती है-
(i) रोल्ड स्टील जॉइस्ट (Rolled Steel Joist)
(ii) ब्रॉड फ्लैंज बीम (Broad Flange Beam)
रोल्ड स्टील जॉइस्ट खम्भे
यह । अथवा H प्रकार की क्रॉस सेक्शन बीम संरचना होती है। इसके क्षैतिज एवं ऊर्ध्वाधर अवयवों को क्रमशः फ्लैंज तथा वेब कहते हैं। हम जानते हैं कि बीम सिद्धांत के अनुसार । संरचना की बीम उच्च भारित दक्षता वाली वाली संरचना होती है। यह संरचना बंकन तथा शेयर भार दोनों के लिए उपयुक्त होती है। इसका साइज 203mm * 152mm के लगभग होता है।
संकर्षण प्रणाली में A, B, C, E तथा H प्रकार की संरचनाएं होती हैं। ये संरचनाएं होल तथा सपोर्ट के आधार पर चयनित की जाती हैं।
ब्रॉड फ्लैंज बीम खम्भे
इस प्रकार के खम्भों में क्षैतिज एवं ऊर्ध्वाधर माप एक समान होता है, अतः इनका साइज 152mm * 152mm तथा 400mm * 400mm होता है। इनका साइज भार वहन क्षमता पर निर्भर करता है। इन खम्भों के द्वारा बंकन आघूर्ण का विरोध किया जाता है। इनकी भार वहन क्षमता 30 kg/m होती है।
फैब्रिकेटेड K श्रेणी खम्भे
इस प्रकार के खम्भे को K संरचना में डिजाइन किया जाता है। ये खम्भे, ट्रैक के समान्तर आधारों के रूप में प्रयोग किये जाते हैं। K श्रेणी के खम्मे की विशिष्टयों को निम्न प्रकार प्रदर्शित किया जाता है-
इनमें से K100 फैब्रिकेटेड खम्भे का प्रयोग ट्रांसफॉर्मर संस्थापन के लिए किया जाता है।
पोर्टल संरचना
पोर्टल संरचना का प्रयोग OHE के रखखाव तथा समायोजन के लिए किया जाता है। इसके द्वारा 2 से 8 ट्रैक तक OHE के लिए समायोजन किया जा सकता है।
पोर्टल संरचना को तीन भागों में विभाजित किया जाता है। इनकी विशिष्टियां निम्नलिखित हैं-
(1) N Type पोर्टल संरचना में इनरफिश की माध्य दूरी 10m-20 m (4 ट्रैक के लिए) तक होती है।
(ii) O Type पोर्टल संरचना में इनरफिश की माध्य दूरी 20m -30 m (6 ट्रैक तक के लिए) तक होती है।
(iii) R Type पोर्टल संरचना में इनरफिश की माध्य दूरी 30 m-40 m (8 ट्रैक तक के लिए) तक होती है।
ड्रॉप आर्म
मिडिल ट्रैक पर कैन्टिलीवर को जिस आर्म पर संस्थापित किया जाता है, वह ड्रॉप आर्म कहलाती है। यह तल पर सस्पैन्शन की स्थिति में होती है। यह निम्नलिखित प्रकार की होती है–
(i) A-ड्रॉपर (एकल कैन्टिलीवर एक साइड अथवा दोनों साइड पर)
(ii) B-ड्रॉपर (मल्टीपल कैन्टिलीवर एक साइड)
(ii) C-ड्रॉपर (मल्टीपल कैन्टिलीवर दोनों साइड पर)
दो या तीन ट्रैक कैन्टिलीवर संरचना
यह संकर्षण प्रणाली में खम्भे के स्थान पर प्रयोग की जाने वाली संरचना होती है। इनका प्रयोग उन स्थानों पर किया जाता है, जहां खम्भों या पोर्टल का प्रयोग करना संभव नहीं होता है। इनका प्रयोग करना महंगा होता है।
इनका प्रयोग सामान्यतः टर्नआउट और क्रॉसओवर प्लेटफॉर्म में किया जाता है। इसकी दो संरचनाओं के मध्य की दूरी को 4.5m से 5.0 m तक रखा जाता है। दो या तीन ट्रैक कैन्टिलीवर का प्रयोग संकर्षण प्रणाली में सपोर्ट के रूप में कभी भी प्रयोग नहीं किया जाता है।
दो या तीन ट्रैक कैन्टिलीवर संरचना के लिए प्रयोग होने वाले खम्मे की लम्बाई 12.21 m तथा साइज 225 mm × 300 mm तक होती है।
आज आपने क्या सीखा :-
अब आप जान गए होंगे कि OHE खम्भे इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|
उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो