दोस्तों आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि ट्रैक विद्युतीकरण प्रणाली के बारे में बहुत ही अच्छे तरीके से इन सब के बारे में जानकारी देने वाला हूं| तो चलिए शुरू करते हैं |
System of Track Electrification
पटरी पथ विद्युतीकरण में निम्न तरीके होते हैं一
- Direct current system (DC)
- Single phase low frequency AC system
- Single phase high frequency AC system
- Three phase AC system
- Kando system or composite system.
प्रत्यक्ष धारा तंत्र (Direct Current System)
इस system में ट्रेन को चलाने के लिए DC series motor का प्रयोग किया जाता है। ट्रामवे (Tramway) तथा trollev में DC compound motor का प्रयोग किया जाता है। Train में वोल्टता का मान मुख्यतः 1500-3000 V तक होता है। Traction network को ऊर्जा देने के लिए अनेक substations का प्रयोग किया जाता है, परंतु route छोटा हो तो एक विद्युत केन्द्र का प्रयोग किया जाता है। Suburban railway के लिए वोल्टता का मान 1500-3000 V तक होता है तथा substation को 33 kV से 100 kV तक AC current feeder द्वारा प्रदान की जाती है।
DC system के लाभ
- DC current series motors के characteristics AC current सकर्षण motor की अपेक्षा अधिक अच्छे होते हैं।
- DC system में अनुरक्षण मूल्य कम आती है।
- DC system में मोटर का प्रति हॉर्स भार AC system में मोटर की तुलना में कम होता है।
एकल कंज निम्न आवृत्ति AC तंत्र
Single phase series motor में निम्न आवृत्ति की supply प्रयोग करने से commutator गुणों में वृद्धि होती है साथ में शक्ति गुणक में भी सुधार होता है, तथा दक्षता में वृद्धि होती है।
Track, current के return path का कार्य करता है। उच्च वोल्टता से धारा का मान कम हो जाता है और निम्न आवृत्ति व निम्न धारा के कारण impedance drop का मान कम हो जाता है।
इस विधि में निम्न आवृत्ति के कारण track में विमवपात का मान कम होने के साथ-साथ telephone बाधाएं भी हो जाती हैं तथा इसमें एकल चालक का प्रयोग किया जाता है।
एकल फेज उच्च आवृत्ति AC तंत्र
इस तंत्र में इंजन दो overload cables से शक्ति प्राप्त करते हैं। इसमें electro magnetic induction का प्रयोग होता है।
Generator द्वारा उच्च आवृत्ति पर दो cables की supply दी जाती है।
आवृत्ति का मान 2500 से 3000 Hz तक होता है। Cables से लगभग 4 cm पर रखे energy receiver से AC induced होती है इस AC को rectifier द्वारा DC में परिवर्तित किया जाता है तथा DC धारा मोटर को supply प्रदान की जाती है जैसा कि चित्र में दिखाया गया है।
त्रिकला AC तंत्र
इस तंत्र में induction motor को 3.3 kV वोल्टता तथा आवृत्ति पर दो overhead conductors तथा tracks द्वारा supply दी जाती है। इसमें step down transformer की आवश्यकता नहीं होती। विभव का मान अधिक होने के कारण धारा का मान कम हो जाता है।
Induction motor में automatic regenerative का गुण होता है जिससे breaking के लिए किसी अन्य उपकरण की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
हानियां (Disadvantages)
- दो चालकों द्वारा फिडिंग तंत्र अधिक जटिल हो जाता है। विशेषकर crossing तथा junction पर ।
- Induction motor की speed torque characteristics DC motor की तरह होती है जो समानान्तर क्रिया के लिए उपयुक्त नहीं है तथा संकर्षण में पहिए का व्यास अलग-अलग होने से rotational speed का मान बदल जाता है और मोटर पर असमान भार पड़ता है।
- सम्मिश्र प्रणाली (Kando System or Composite System)
आज आपने क्या सीखा :-
अब आप जान गए होंगे कि ट्रैक विद्युतीकरण प्रणाली इन सभी सवालों का जवाब आपको अच्छी तरह से मिल गया होगा|
उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई भी सवाल/सुझाव है तो मुझे कमेंट करके नीचे बता सकते हो मैं आपके कमेंट का जरूर जवाब दूंगा| अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों रिश्तेदारों के साथ में शेयर भी कर सकते हो